अंक - 76 (19 अप्रैल 2016) चइता विशेषांक कऽ रचना सूची
संपादकीय
चइता नाही बसे अब गाँव मेंलेख
चइता चित्त से जोड़ेला - केशव मोहन पाण्डेय
परेम आ विरह के निशानी अउरी नयका साल के आगमन के तयारी ह चइता - जलज कुमार अनुपम
आम के बउर आ गुरचरा नीयन चइत - परिचय दास
लोक जीवन आ सामाजिक सरोकार में अमृत घोरत चइता गीत - जनकदेव जनक
आइल चइत उतपतिया हो रामा - प्रो अभिषेक भोजपुरिया
समय के धुर में भुलाइल में चइता - डॉ० उमेशजी ओझा
भोजपुरिया समाज में चइत महिना - जयशंकर प्रसाद द्विवेदी
चइता कहीं भा चइतावर - अशोक कुशवाहा
चइत में हियरा - विजय मिश्रा 'बाबा'
आम के बउर आ गुरचरा नीयन चइत - परिचय दास
लोक जीवन आ सामाजिक सरोकार में अमृत घोरत चइता गीत - जनकदेव जनक
आइल चइत उतपतिया हो रामा - प्रो अभिषेक भोजपुरिया
समय के धुर में भुलाइल में चइता - डॉ० उमेशजी ओझा
भोजपुरिया समाज में चइत महिना - जयशंकर प्रसाद द्विवेदी
चइता कहीं भा चइतावर - अशोक कुशवाहा
चइत में हियरा - विजय मिश्रा 'बाबा'
चइता
बोले कोइलरिया - हरिद्वार प्रसाद ‘किसलय’
डॉ अशोक द्विवेदी जी के चार गो चइता
पिया नाही घरवाँ - जयशंकर प्रसाद द्विवेदी
केशव मोहन जी कऽ तीन गो चइता
सुरेश कांटक जी के तीन गो चइता
मन लागे ना भितरिया - डॉ.कमल किशोर सिंह
चइत पिया अइहें - महातम मिश्र 'गौतम'
मन लागे ना भितरिया - डॉ.कमल किशोर सिंह
चइत पिया अइहें - महातम मिश्र 'गौतम'
श्याम नाहीं गोकुल आइल हो रामा - प्रो. हरिकिशोर पाण्डेय
कइसे काढ़ी सगुनवा? - रजनीकांत राकेश
डॉ. रामरक्षा मिश्र विमल जी कऽ चारि गो चइता
पिंहके परनवा - देवेंद्र आर्य
कइसे काढ़ी सगुनवा? - रजनीकांत राकेश
डॉ. रामरक्षा मिश्र विमल जी कऽ चारि गो चइता
पिंहके परनवा - देवेंद्र आर्य
चइती
संस्मरण
फगुआ अउरी चइता मिल बनेला काशी - अभय कृष्ण त्रिपाठी "विष्णु"
मैना: वर्ष - 3 अंक - 76 (19 अप्रैल 2016)
भेंट-वार्ता
चइता पर युवा व्यास सुबोध वर्मा से भेंट वारता: जनकदेव जनकमैना: वर्ष - 3 अंक - 76 (19 अप्रैल 2016)
बहुत अच्छा अंक संयोजन बा। अगर यह पत्रिका क ऑफ़ लाइन अंक आवत होखे ता हम पढल चाहब। ई बतावल जाय कि ई कईसे मिल सकेला ?
जवाब देंहटाएंरउआँ के अंक पसन परल ई खुशी के बात बा। पत्रिका अभी खाली ऑन लाइने परकासित होले अउरी एके रउआँ हर मंगर के पढ़ि सकेनी एही जगह। जबो प्रिंट में आई रउआँ के सूचना चहुँप जाई।
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