
चइत महिनवाँ - चन्द्रशेखर प्रसाद ‘परवाना’
पोर-पोर टूटे बदनवाँ हो रामा चइत महिनवाँ॥ नाया-नाया पेन्हि पेंड़ अंग छलकावे मधुरस फुलवा से भौंरा छलकावे हरसेला सभके परनवाँ हो रामा...
पोर-पोर टूटे बदनवाँ हो रामा चइत महिनवाँ॥ नाया-नाया पेन्हि पेंड़ अंग छलकावे मधुरस फुलवा से भौंरा छलकावे हरसेला सभके परनवाँ हो रामा...