
सावन - गुलरेज शहजाद
"बदरी के बदरा पिठियवलस" श्याम रंग में मौसम गावे आसमान के खोंखी उखड़ल लागल बरसे झमझम बूनी लागे जइसे छमछम करत गोरिया अइल...
"बदरी के बदरा पिठियवलस" श्याम रंग में मौसम गावे आसमान के खोंखी उखड़ल लागल बरसे झमझम बूनी लागे जइसे छमछम करत गोरिया अइल...
अंजुरी में पानी के धइले सोचs तानीं ए पानी! काहे तोहर नेह के छुवन दुःख के दाहड़ खानी मन में गोंगियाइल बउराइल जाता कतना नीमन याद जु...
सारंगी के धुन उतराला करुणा के पानी में भींजल राग फगुनिया टपटप टपके सांसन के लय थरथर करे दोसर ओरी "बोल जोगीरा सs रs रs रs रs...
गोंगियात बहत पानी में चक्कर खात भंवर के देख रहल बानी हम बइठल एकटक नजरी के आपन भंवरी पर हम सटले बानीं मन भइल बा घूमत पानी। कतना बीतल...
सुनीं सुनीं देखीं हेने खाईनी ठोंक पर हरा बाजी लागल बाटे के पटकाई के केकरा पर चढ़ी चलीं चलीं देखे हे हे हे हे हे हे हे हे। ....
अलगे-अलगे दयरा में डुगडुग्गी बाजे अलगे-अलगे खेल तमासा करतब होता अपना आप से टकराहट बा आपने धूरी पर सब केहू नाच रहल बा। एको डे...
ढोल मंजीरा खानी जंगल बाज रहल बा आबादी के मौन में भारी कोलाहल बा। समय के माथ पs चिन्हासी चिंता के लउके घर के भीतर बाहर सगरो र...
मंथन गोंगियात बहत पानी में चक्कर खात भंवर के देख रहल बानी हम बइठल एकटक नजरी के आपन भंवरी पर हम सटले बानीं मन भइल बा घूमत पा...
"बदरी के बदरा पिठियवलस" श्याम रंग में मौसम गावे आसमान के खोंखी उखड़ल लागल बरसे झमझम बूनी लागे जइसे छमछम करत गोरिया...
अंजुरी में पानी के धइले सोचs तानीं ए पानी! काहे तोहर नेह के छुवन दुःख के दाहड़ खानी मन में गोंगियाइल बउराइल जाता कतना नीमन य...
सारंगी के धुन उतराला करुणा के पानी में भींजल राग फगुनिया टपटप टपके सांसन के लय थरथर करे दोसर ओरी "बोल जोगीरा सs रs रs र...
गोंगियात बहत पानी में चक्कर खात भंवर के देख रहल बानी हम बइठल एकटक नजरी के आपन भंवरी पर हम सटले बानीं मन भइल बा घूमत पानी कतना ...
अठवां अनुसूची में सामिल करे खातिर मान के अंचरा भोजपुरी पर धरे खातिर काथी बा राउर बिचार कहीं मोदी जी सरकार। बात के पुआ बहुते पाकल अ...
जिनगी तोहरा बिना भकुआ गईल बा ढंग जिए के सांचो भुला गईल ब॥ रतिया नागिन नियन फुंफकारत बिया मुंह सपनवा के अब पियरा गईल ब॥ तोहरा ...
ढोल मंजीरा खानी जंगल बाज रहल बा आबादी के मौन में भारी कोलाहल बा समय के माथ पs चिन्हासी चिंता के लउके घर के भीतर बाहर स...
उसूलन के सूली पर लटकल लम्हर छरहर दिन रात के करिया समुन्दर में डूब गइल,आ कुंवार भोरहरिया रांड़ हो गइल -------------------------- अंक -...
झम झमाझम रतिया उतरल बाकिर ई का? आँख घवाहिल पपनी पर पपनी बइठवले झंखत बिया चुरमुर करत सुखल झूर पत्ता के जइसन कांच कुंवर सपना सभे उड़ल केहू आ...
नाजाएज गठजोड़ से देखीं राजनीति बिया गाभिन भईल। नाजाएज जनमऊती के अब जाएज एगो नाम धराई। परसूती के पहिले के बा गजब तमासा। सुने में आइल बाटे ज...
आप सभका खाती गुलरेज शहजाद जी के तीन गो कबिता परसतुत बाड़ी स जेवना में से दूगो गज़ल बा औरी एगो अभियान गीत। दूनो गज़ल जिनगी के बारे में कबि के ...
दोसर भाखा आ साहित्य खानी भोजपुरियो में कविता के लिखनिहार लोग बेसी बा। हर भाखा आ साहित्य खानी भोजपुरियो में नीमन आ बाउर रचना के आवल आ स्वागत...