इहाँ हर केहू हर बात के छुपावत बाटे - संदीप राज़ आनन्द
इहाँ हर केहू, हर बात के, छुपावत बाटे कहाँ खोलिके केहू कुछ बतावत बाटे। इहवाँ केहू ना, प्रीत के मरम समझत बा सभे हंसिके इहवाँ उधुवाँ उठावत बाटे...
इहाँ हर केहू, हर बात के, छुपावत बाटे कहाँ खोलिके केहू कुछ बतावत बाटे। इहवाँ केहू ना, प्रीत के मरम समझत बा सभे हंसिके इहवाँ उधुवाँ उठावत बाटे...
कहाँ हमसे कुछऊ बतावल गइल बा सही बात हरदम छुपावल गइल बा। मोहब्बत के नागिन गइलि काटी के जब जहर देके हमके जियावल गइल बा। जवन आग सीना के भीतर लग...
1. दिल में दबल उ बात मुंहे पS आ गइल। छुपल रहे जे आज ले काहे कहा गइल। कहत रहे, हमरा बगैर जे जी न पाई उ अचके में काहे आज, सब कुछ भूला गइल। ...
भारत माँ के वीर सपूत जान भले तू दे दिह पर पीछे ना कदम हटईह तू। ए भाई अब घर में घुसी के दुश्मन क मार गिरईह तू। बहुत भइल अब गुंडागर्दी ब...
जान भले तू दे दिह पर पीछे ना कदम हटईह तू। ए भाई अब घर में घुसी के दुश्मन क मार गिरईह तू। बहुत भइल अब गुंडागर्दी बहुत भइल मनमानी हो सुलह...
छुपवली उ काहे बतवली काहे ना। जे रहल मोहब्बत जतवली काहे ना॥ अँखिया से अँखिया मिलावत त रहली इशारा में हमके बोलावत त रहली पर उनकर इशारा ब...
चढ़ल बाटे जबसे फागुन के मौसम बहे ला चारों ओर बसंती बयरिया। सजल बाटे सपना, लगल बाटे आशा हो अहिए सजनवां, रे अहिए सवारियां। बहुत दिन बीतल,...