
चाय-कॉफी - पूजा बहार
दरवाजे के घंटी बाजल दरवाजा खुलल त पाहुन अन्दर अईलन। अभी एक दुसरा से हाल..चाल पूछे के नैतिकता चलते रहे कि बीचे में ही शर्मा जी आपन मेहरी के आ...
दरवाजे के घंटी बाजल दरवाजा खुलल त पाहुन अन्दर अईलन। अभी एक दुसरा से हाल..चाल पूछे के नैतिकता चलते रहे कि बीचे में ही शर्मा जी आपन मेहरी के आ...
कबो..कबो हम अपना के ही ना समझ पाइला, करे के चाहिला कुछ अउर कुछो अउरो क जाइला। जे बात हमरा समझ ना आऐला जाने कइसे दु...