
जिनगी से - आर. डी. एन. श्रीवास्तव
बहा देलू सोना, बचावे लू पानी। कवन भोर सपना देखावेलू रानी।। गदहा क पीठ पर बानर सवार बा का देखी रोगिन क बैदे बेमार बा काने से दूनो बहिर ब...
बहा देलू सोना, बचावे लू पानी। कवन भोर सपना देखावेलू रानी।। गदहा क पीठ पर बानर सवार बा का देखी रोगिन क बैदे बेमार बा काने से दूनो बहिर ब...
काने में ढोल बजाई के सभकर नाव बताई के॥ तस से भाईचारा क लीं त हमके गरिआई के॥ नेतवे जब खइहें दुबरा संग काटी दूध मलाई के॥ जे के देख ऊ काकी ह ...
दिया दिअरी के तेज परकास धरती अकास आ तीनों लोक में आलोक जगमगात रहे फूलझड़ियन-पटाखन से निलका अम्बर थरथरात रहे छीर सागर सें पति सेव...
1 त का करतीं फेनु बेटिये रहे काहें धरतीं? -------------- 2 बाल क खाल छोड़s अब नोचल कहs का चाहीं ? -------------- 3 ...