
माता सीता के परित्याग - डा. उमेश जी ओझा
मोरे हित हरि सम नहि कोऊ। एहि अवसर सहाय सोई होऊ।। आज पूरा देश राम नाम से गुंजयमान बा। चारो तरफ राम नाम के झंडा लहरत बा। देखला से साफ बुझात बा...
मोरे हित हरि सम नहि कोऊ। एहि अवसर सहाय सोई होऊ।। आज पूरा देश राम नाम से गुंजयमान बा। चारो तरफ राम नाम के झंडा लहरत बा। देखला से साफ बुझात बा...
ऑन लाईन भोजपुरी पत्रिका "मैना" के प्रकाशित 116वॉ अंक बहुत ही बढ़िया बा। पत्रिका के संपादक राजीव उपाध्याय जी के भोजपुरी के प्रति ल...
मोनी जब बिआह कs के आपन ससुराल अईली, त उनकर हालत कउवा झपट्टा वाला रहे. आपन तन आ मन के खेयाल करत सोचे लगली कि का अईसने ससुराल होला.? मोनी सस...
सुमेरन मुखिया, रोज सबेरे आ सांझी के गाँव के खरिहान में बईठल सोचत रहस कि गाँव के लोग खातिर कवन अईसन काम कईल जाव जवना से गावँ के भलाई होखो। ...
सुमित आपन गाँव के होनहार लइकन में सबसे तेज लईका रहले। इनका लईकाइये से पुलिस में काम करे के बड़ी शौक रहे। उ हरमेश कहत रहले की हमनी के देश के...
डॉ० रसिक बिहारी ओझा “निर्भीक” जी आज हमनी के बीच नईखी बाक़ी उहा के रचना, भोजपुरी में उहा के उपस्थिति दिलावत रहेले. भोजपुरी साहित्य...
माई भाखा भोजपुरी के विकास में जीव-जान से लागल भोजपुरी सेवियन में कुछ गिनल-चुनल नावन में से बडी आदर से श्री बी. एन. तिवारी (भाईजी भोजपुरिय...
चइती उत्तर प्रदेश आ बिहार में चइत महीना प आधारित बा. भारतीय मान्यता के अनुसार चइत महिना के साल के पहिला महीना मानल जाला. एह महीना के ...
जाने केतने काथा-कहानी हमनी के लोक में छितराइल बाड़ी सऽ अउरी काथा कहे अउरी सुने के परम्परा खतम हो गइला के कारन बिलात जात बाड़ी सऽ। एह बेरा ई ...
राउरा नाया-नाया लिखे शुरु कईले बानी। कवनो बात नइखे। राउर लिखल केहु नइखे पढत ओसे आपन लिखल बन मत करी। एकर मतलब ई नइखे कि रउरा लिखे नइखे आवत।...
उमेश जी कऽ ई कहानी 'एक चटकन कऽ दाम' उँहे कऽ हिन्दी कऽ एगो कहानी 'एक तमाचे की कीमत' क अनुबाद हऽ जेवन जुलाई 2014 के राष्ट्र...
अगर ढँग से देखीं तऽ एगो साहित्यिक पत्रिका में साहित्य के चर्चा होखे के चाहीं औरी ओ हिसाब से ए लेख के ए पत्रिका में छपे के केवनो कारन नई...