
ए का हो कोरोना - दीपक तिवारी
ए का हो कोरोना जान लेइए के मनब हमनी के दुख बोलs कहिया तू जनब। सुनs तहरा चलते बड़ी घटा भइल बा अब हमदर्द आपन रहत फइल बा। मुहवाँ पर सबका लगवाई द...
ए का हो कोरोना जान लेइए के मनब हमनी के दुख बोलs कहिया तू जनब। सुनs तहरा चलते बड़ी घटा भइल बा अब हमदर्द आपन रहत फइल बा। मुहवाँ पर सबका लगवाई द...
रुपिया पइसा धन दौलत नइखे कवनो काम के बा जले जवानी कऽ लऽ हाली से चारो धाम के। आई बूढ़वती हाथवाँ कापी गोंडवाँ दिही जवाब अईठ के चलल सगरो छ...