जोम भरल दिन आइल रे - रामवृक्ष राय 'विधुर'
जोम भरल दिन आइल रे! जेने देखीं आँख फेरि के, लउके हरियर धान दे-दे ताव मोंछि पर गावे, बिरहा चतुर किसान। चवा-चवा भुइयाँ में ई, कइसन उन्माद...
जोम भरल दिन आइल रे! जेने देखीं आँख फेरि के, लउके हरियर धान दे-दे ताव मोंछि पर गावे, बिरहा चतुर किसान। चवा-चवा भुइयाँ में ई, कइसन उन्माद...