
शरद - कमला प्रसाद मिश्र 'विप्र'
बितल बरसतिया सरद सुभ आइल। डमकि-डमकि रोइ बदरा चुपाइल कदम का डाढ़ि फुलगेनवा गंथाइल पाकल केस, कास-कुसवा बुढ़ाइल। बितल बरसतिया सरद सुभ आइ...
बितल बरसतिया सरद सुभ आइल। डमकि-डमकि रोइ बदरा चुपाइल कदम का डाढ़ि फुलगेनवा गंथाइल पाकल केस, कास-कुसवा बुढ़ाइल। बितल बरसतिया सरद सुभ आइ...
सावन सूतल भागल भादो, शरद शुभ आइल हे! बुलुकि-बुलुकि रोइ के बदरा चुपाइल, नदी-ताल-तलइयन के ओठा झुराइल। झँखत झिंगुरवा कोना अँतरा लुकाइ...