काँची अमिया न तुरिहऽ - विद्यानिवास मिश्र
काँची अमिया न तुरिहऽ बलमु काँची अमिया। मोरे टिकोरवा न रसवा पगल हो हियरा में गँठुली न अबले जगल हो मोरे सुगापंखी सरिया के कुसुमी मजिठिया ...
काँची अमिया न तुरिहऽ बलमु काँची अमिया। मोरे टिकोरवा न रसवा पगल हो हियरा में गँठुली न अबले जगल हो मोरे सुगापंखी सरिया के कुसुमी मजिठिया ...