
पटरी ना खाई - जितराम पाठक
अरुआइल बा बात तहार, हटाव फरका, ले अइब एने अब त पटरी ना खाई। चूरी-टिकुली के हम सुनलीं गीत अनेकन पाकि गइल बा कान, कपार बथत बा फरक...
अरुआइल बा बात तहार, हटाव फरका, ले अइब एने अब त पटरी ना खाई। चूरी-टिकुली के हम सुनलीं गीत अनेकन पाकि गइल बा कान, कपार बथत बा फरक...
खेत के मुआर छिलातिया जइसे छुरा से कपार के बार छिलाला, पइनि-अहरा-नहर नेता लोग के बात लेखा खाली बा अकाल के उदन्त भँइसा ...
सूप भरि रूप के सनूख भरि सोहुआ में सानल सनेहिया सलोर आन अवरू अपना के नेह-नाता गरगट लहना के बाटुरे बटोर। सोनवा के जाल में ...