
बैठक भइल थारी में - उदय शंकर 'प्रसाद'
इक दिन बहुत हाहाकार मचल भात, दाल, तरकारी में। काहे भैया नून रूठल बा बैठक भइल थारी में। दाल- तरकारी गुहार लगइलक नून के बैठ गोर थारी में तरकार...
इक दिन बहुत हाहाकार मचल भात, दाल, तरकारी में। काहे भैया नून रूठल बा बैठक भइल थारी में। दाल- तरकारी गुहार लगइलक नून के बैठ गोर थारी में तरकार...