
झुलनियाँ उधार ना मिली
जब निरगुन लिखे औरी गावे परम्परा खतम हो रह बे ओमे अशोक कुमार तिवारी जी के ई निरगुन आस जगावत बा। जेवन बात परतीकन के हाथे गोड़े कहल गईल बा ऊ...
जब निरगुन लिखे औरी गावे परम्परा खतम हो रह बे ओमे अशोक कुमार तिवारी जी के ई निरगुन आस जगावत बा। जेवन बात परतीकन के हाथे गोड़े कहल गईल बा ऊ...