
भोजपुरी भाखा - आदित्य दूबे
"इमेभोजा अंगिरसो विरुपा दिवस्पुत्रासो असुरस्य वीराः। विश्वामित्राय ददतो मघानि सहsसावे प्रतिस्तः आयुः॥" इहे उ संस्कृत के श्...
"इमेभोजा अंगिरसो विरुपा दिवस्पुत्रासो असुरस्य वीराः। विश्वामित्राय ददतो मघानि सहsसावे प्रतिस्तः आयुः॥" इहे उ संस्कृत के श्...
'घुमक्क्ड़ी' अगर एह सबद के अर्थ एगो वैचारिक अस्तर प देखल जाओ त इ सबद क बड़ा बरियार आ गूढ़ माने निकलत बा। जदि एह सबद के परिभाषा ...
धरती के गोदिया भरइली हो रामा चढते फगुनवा.... अइले सुहावना दिनवा हो रामा चइत महीनवां बगिया मे कुहु कुहु गाबे कोयलिया फुलवन प भवरा मड़इले ह...
रउआँ सभ खाती आदित्य दूबे जी के दूगो गीत परस्तुत करत बाड़ी। पहिलीकी कबिता "नवका जमाना" कम्प्यूटर के परतीक बना के समाज पर तकनीक औरी...