
जगन्नाथ के तीन गो कविता
हवा में गजब के सरूर बाटे हवा में गजब के सरूर बाटे, बात कुछ खास त जरूर बाटे। लोर सब गिर रहल बाटे भुँइयाँ, उनका रोवे के ना सहूर बाटे। ...
हवा में गजब के सरूर बाटे हवा में गजब के सरूर बाटे, बात कुछ खास त जरूर बाटे। लोर सब गिर रहल बाटे भुँइयाँ, उनका रोवे के ना सहूर बाटे। ...
सांस खातिर सरगम बेगाना भइल जिंदगी बस जिये के बहाना भइल। गिर के उनका नज़र से उठल बानी हम बानी सबका नज़र के निसाना भइल। लोर पिए के जनमे से...
रउरा आँखिन से झर गइल पानी हमरा आँखिन में भर गइल पानी हमरा रोवला के अर्थ लागल हऽ हमरा आँखिन के गिर गइल पानी खुद के ऐनक में देख के लागल...
हवा में गजब के सरूर बाटे, बात कुछ खास त जरूर बाटे। लोर सब गिर रहल बाटे भुँइयाँ, उनका रोवे के ना सहूर बाटे। हमरा पासे दरद के थाती बा, ...
हवा में गजब के सरूर बाटे हवा में गजब के सरूर बाटे, बात कुछ खास त जरूर बाटे। लोर सब गिर रहल बाटे भुँइयाँ, उनका रोवे के ना सहूर बा...
हईं हम त अइसन डहरिया के राही। मिल डेगे-डेगे प हमके तबाही।। रहल दिन-रात जे डहरिया में साथे, लुटाइलि उमिरिया भरल ओही हाथे ; चदरिया र...