
अप्रिय हितैषी - अमरकांत
रामसुख लाल हमेसा नीमन सोचेलन अउर नीमन करेलन भी, बाकिर सब बात में उनकरा अपयसे काहें मिलेला? उनकर पत्नी गुस्सा के कहेली, ''रउआ चुप...
रामसुख लाल हमेसा नीमन सोचेलन अउर नीमन करेलन भी, बाकिर सब बात में उनकरा अपयसे काहें मिलेला? उनकर पत्नी गुस्सा के कहेली, ''रउआ चुप...