
ओठ पर अब कहाँ दुआ बाटे - बच्चू पाण्डेय
ओठ पर अब कहाँ दुआ बाटे, शब्द के दर्द के धुआँ बाटे। डेग कहँवा धरीं, बड़ा मुश्किल, हर तरफ बस कुँआ-कुँआ बाटे। भीड़ में बात के वजन का बा, ...
ओठ पर अब कहाँ दुआ बाटे, शब्द के दर्द के धुआँ बाटे। डेग कहँवा धरीं, बड़ा मुश्किल, हर तरफ बस कुँआ-कुँआ बाटे। भीड़ में बात के वजन का बा, ...