
केहू सुने के कहाँ तइयार बा - शम्भु शरण नवीन
हम गरीबन के दुखवा आपार बा केहू सुने के कहाँ तइयार बा। खेत कोड़िला जी हम, खेत जोतिला इनका पनिया पटा, नेह जोडिला हम पर एकरो पर नजर सरकार बा ह...
हम गरीबन के दुखवा आपार बा केहू सुने के कहाँ तइयार बा। खेत कोड़िला जी हम, खेत जोतिला इनका पनिया पटा, नेह जोडिला हम पर एकरो पर नजर सरकार बा ह...