
भाव लगावे के परी - सरोज सिंह
घर घर बाढि गइल रोजगार, लड़िका पढ़ि लिखि तइयार भाव लगावे के परी॥ इंटर पढ़ी के लाख रूपइया, बी ए के दस लाख! अनपढ़ के केहू भाव ना प...
घर घर बाढि गइल रोजगार, लड़िका पढ़ि लिखि तइयार भाव लगावे के परी॥ इंटर पढ़ी के लाख रूपइया, बी ए के दस लाख! अनपढ़ के केहू भाव ना प...
हमरे अंचरवा पs जिनगी के दाग बा छोड़sवले नाही छूटत यार बलम जी॥ जवने रंगवा के पगsरिया रंगवलs ओही रंगे रंगब संसार बलम जी। हमरे अंचरवा पs ........
हउवा के जात भइल बड़ा जुर्म बा मनवा के बात कइल कड़ा जुर्म बा भोरे के एलार्म में उ बोलत बिया काम-काज पहीर के उ डोलत बिया जिनगी के सूप में ...