
अधिगत जागल हो सजनी - संत गुलाल साहब
अधिगत जागल हो सजनी। खोजत-खोजत सतगुरु पावल ताहि चरनवाँ चितवा लागल हो सजनी॥ साँझि समय उठि दीपक बारल करमवा मनुबाँ पागल हो सजनी॥ ...
अधिगत जागल हो सजनी। खोजत-खोजत सतगुरु पावल ताहि चरनवाँ चितवा लागल हो सजनी॥ साँझि समय उठि दीपक बारल करमवा मनुबाँ पागल हो सजनी॥ ...
पावल प्रेम पियरवा हो ताही रे रूप। मनुआ हमार विआहल हो ताही रे रूप।। ऊँच अटारी पिया छावल हो ताही रे रूप। मोतियन चउक पुरावल हो ताही ...