
भोजपुरी - प्रिंस रितुराज दुबे
भारत एगो अईसन देश हऽ जहवा फरका फरका पहिनावा, बोलचाल, धर्म आ सोच के लोग रहेला। बाकिर इ सबन के एकेगो चीज एक जईसन बा की उ लोग के पहचान भारत ...
भारत एगो अईसन देश हऽ जहवा फरका फरका पहिनावा, बोलचाल, धर्म आ सोच के लोग रहेला। बाकिर इ सबन के एकेगो चीज एक जईसन बा की उ लोग के पहचान भारत ...
मातृभाषा कह्तरी आपन बाथा "का कही बाबु इऽ हऽ कलजुग के साम्राज्य आपन आपन नईखे होत दोसर कवन लाल करी सम्मान फरका कऽ दिहल...
शब्द के चल ऽ कथा सुने आ बुझल जव केतन बा बल शब्दे जिनगी के माने हऽ, शब्दे ह जिनगी क ऽ ज्ञान शब्दे से ह आत्मा, शब्दे ह परमधाम शब्...
लइकिन के जिनगी के साँच खङारत रितुराज जी के ई कबिता एगो लईकी से ओकर आवे वाला जिनगी कऽ बारे बतियावत बे। ई कबिता साफ-साफ देखावत औरी बतावत बे...
ढो ढो के बोझा कान्ह बथल हाथे का आईल ये भईया बड़का बड़का के सपना सजइनी ना लागल हाथे ठीक से खाहु क रुपईया कारज करत जब हार जाई भेली आ पानी स...
मोदी अईनी काशी हई उहाँ कS भारत बासी। भारत के मिली पहचान अब काशी बनी भारत के शान अब। काशी अब करे निहोरा भोजपुरी कऽ करऽ सम्मान पूरा। ...
कैथी एगो ऐतिहासिक लिपि ह, जेकरा के मध्यकालीन भारत में प्रमुख रूप से उत्तर-पूर्व आ उत्तर भारत में काफी बृहत रूप से प्रयोग कईल जात रहे ।विक...
भोजपुरिया जवान नाही सहेला गुमान, इ बतीया कऽ फइला द हर गली जवार, देखत रह जाई इ पुरा संसार, मिटा द हिन्दुस्तान से दुश्मनी के नावो न...
परसतुत लेख भोजपुरी के पहचान ना मिलला पर एगो लेख प्रिंस रितुराज लिखने बानी। एमे उहाँ के भोजपुरी के दासा खाती भोजपुरिया लोगन के दोसी पावत बा...