
देवरू के सँगवा - सुरेश कांटक
महुआ बीनन नाहीं जा इब ए रामा / देवरू के सँगवा पीयवा के गाँव ही बोलाइब ए रामा / देवरू के सँगवा कुछ महुआ बीने देवरा कुछ देखे छतिया हँसि ...
महुआ बीनन नाहीं जा इब ए रामा / देवरू के सँगवा पीयवा के गाँव ही बोलाइब ए रामा / देवरू के सँगवा कुछ महुआ बीने देवरा कुछ देखे छतिया हँसि ...
अँगना छींटाइल अंजोरिया हो रामा गोरिया मातल रहे। अमवा के मोजरी से कोइलर के बोलिया आवत चइतवा मे ताना देहलस छलिया कइसे सम्हारी...
हहरे ला हियरा हमार हो रामा। ननद तोरी बोलिया॥ पियवा गइल मोर सवत के देशवा अबो ले न भेजलस एकहु सनेसवा तलफ़े ई बिरही नार हो रामा। नन...
चढ़ी गइलें चैत खुमार हो रामा। पिया नाही घरवाँ॥ केकरा से उचरीं हम मनवां क पीरिया पिया के पिरितिया मे पागल तिरिया नन्हके बा देवरो ह...
हो हो रे, सेजिया से सइयाँ रुसी गइलें, हो हो रे, सेजिया से सइयाँ रुसी गइलें, कोइलिया कुहुकत बन में। कुहुकत बन में, कुहुकत बन में। सेज...
चढ़ल जवानी हमार भइल बा महुवा अब न कटाई दीदी हमरा से गँहुवा बथे कलाई हम चूर चूर न धरातारे मूठी दिदिया रे! बड़ा गड़ता खूँटी। जरता ...
रामा सङही के सखि सभ भइली लरकोरिया हो रामा। हमरा कोखि अगिया लगवल हो रामा॥1॥ हमरा कोखि। रामा बेरी हि बेरी तोहि बरजत रहलीं हो रामा। ज...
आरे में धनि बारी हो, गवने ना जाइबि रामा॥1॥ में धनि बारी हो। आरे गवने में जाइबि, पर सेजिया न सोइबि रामा॥2॥ में धनि बारी हो।...
सभ बन फूलवा फूलइले हो रामा। पिया नाही अइले॥ आमवा फूलइले महुइया फू इले चोलिया में जोबना फूलइले हो रामा। पिया नाही अइले॥ टेसू फू...
चइत मासे चुनरी रंगा दऽ हो रामा। चइत रे मासेऽऽ॥ चुनरी रंगा दऽ पिया गोटवा लगा दऽ गोटवा के संगे-संगे चमकी जड़ा दऽ जहाँ-तहाँ लरी लटका ...
रामा गवना कराइ सइयाँ घरे बइठइले। अपने गइले परदेसवा हो रामा॥1॥ हमरा के छोड़िके। रामा सगरे चइत चितवत बीति गइले। नाहिं लिखले चिठिया चप...
रामा चइत के निंदिया बड़ी बइरिनिया हो रामा सुतलो बलमुआ; नाहीं जागे हो रामा॥1॥ सुतलो बलमुआ। रामा गोड़ तोर लागीलें लहुरी ननदिया हो रा...
काहे भंवर भरमाइल हे ननदी। मधु के महिनवा॥ बगियन-बगियन फुलवा फुलाइल देखि भंवर भरमाइल हे भउजी। मधु के महिनवा॥ काहे पवन बउराइल हे ननद...
सुतल हमार सइयाँ जागे हो रामा। तोरी मिठी बोलिया॥ रोज-रोज बोले कोइलरी सांझ हो सबेरवा आजु काहे बोले अधि रतिया हो रामा। तोरी मिठी बोलिया...