
नाचे निरखि-निरखि दरपनवाँ में - हरिराम द्विवेदी
पवना बेनियाँ डोलावे, बदरा रस बरसावै गावै झूम झूम मनवाँ सिवनवाँ में नाचै निरखि-निरखि दरपरनवों में। भिनसहरे जैतसार गीत के बोल करेज करोवै जइसे ...
पवना बेनियाँ डोलावे, बदरा रस बरसावै गावै झूम झूम मनवाँ सिवनवाँ में नाचै निरखि-निरखि दरपरनवों में। भिनसहरे जैतसार गीत के बोल करेज करोवै जइसे ...
चान माँगै ललना चान माँगै ललना तरइया माँगै ललना रोइ रोइ गोलकी जोन्हइया माँगै ललना। केहू बतावै कहवाँ जाईं सरग क तरई कइसे पाईं कवन खेलौना ...
चान माँगै ललना तरइया माँगै ललना रोइ रोइ गोलकी जोन्हइया माँगै ललना। केहू बतावै कहवाँ जाईं सरग क तरई कइसे पाईं कवन खेलौना दे बबुआ के कउनी ज...
पवना बेनियाँ डोलावे, बदरा रस बरसावै गावै झूम झूम मनवाँ सिवनवाँ में नाचै निरखि-निरखि दरपरनवाँ में। भिनसहरे जँतसार गीत कै बोल करेज करोवै जइस...
रोवाँ झारेला जब जब चुनाव आवैला तरवा चाटैं धीरे धीरे सुहरावैला हार जीत से कउनो मतलब नाहीं राखै जेतना भी लह जाला ठाट से लहावैला गाँव से...
नन्हीं–सी गुड़िया के गोदिया उठवलैं लोरिया सुनाय नैन निदिया बलवलैं अँगले में झरैला दुलार हो बाबा मोर आवैं बखरिया॥ नेहिया की छँहियाँ मे...
नैना लोभइलैं निहारि हरियरिया मोरे बलमुआ हो हरियर चुनरी रँगाय दा चुनरी पहिरि हम जइबै सिवनवाँ मोरे बलमुआ हो आरी आरी गोटा लगवाय दा हरियर खेतव...
कुछ ना कहि के रऊआँ सभ के सोझा हरिराम द्विवेदी जी के एगो काब्य रचना प्रकासित करत बानी आशा बा कि पसन परी। --------------------------------...