
आदिमी सहर में - आदित्य प्रकाश अनोखा
हम देखिले हम सुनीले हम बुझिले हम समझिले, आपन गउँआ, आपन नगरिया लोगवा काहे छोड़ाऽता, सहर से नाता जोड़त जोड़त अंगना काहे भोराऽता। हम सहिले हम भो...
हम देखिले हम सुनीले हम बुझिले हम समझिले, आपन गउँआ, आपन नगरिया लोगवा काहे छोड़ाऽता, सहर से नाता जोड़त जोड़त अंगना काहे भोराऽता। हम सहिले हम भो...