
ससुरबा जइबों हो - दरिया साहेब
मोहि न भावै नैहरवा ससुरबा जइबों हो॥ नैहर के लोगवा बड़ अरिआर। पिया के बचन सुनि लागेला बिकार॥ पिया एक डोलिया दिहल भेजाय। पाँच...
मोहि न भावै नैहरवा ससुरबा जइबों हो॥ नैहर के लोगवा बड़ अरिआर। पिया के बचन सुनि लागेला बिकार॥ पिया एक डोलिया दिहल भेजाय। पाँच...
अबरी के बार बकस मोरे साहेब। जनम-जनम कै चेरि हे॥ चरन कमल मैं हृदय लगाइब। कपट कागज सब फाड़ि हे॥ मैं अबला किछुओ नहीं जानौं। परपंचन के स...