राम जी काका - संजय कुमार ओझा
राजू आज परदेश से अपना देश जा तारें। वइसे त राजू के ऑफिस बम्बई में बा बाकिर ऑफिस का काम से हफ्ता - दस दिन खातिर विदेश जात आवत रहेलें। ई पहिला...
राजू आज परदेश से अपना देश जा तारें। वइसे त राजू के ऑफिस बम्बई में बा बाकिर ऑफिस का काम से हफ्ता - दस दिन खातिर विदेश जात आवत रहेलें। ई पहिला...
अवधपुरी अईलन अवधऽ बिहारी हो, बलिहारी जाईं ना। चलऽ आरती उतारीं हो, बलिहारी जाईं ना।। माई कोसिला जी के हियरा जुड़ाईल, भरतऽ भुआली जी के मनसा पू...
आइल बा बारखा, लेके जिनगानी राजा जी धरती के अंचरा में भरी के पानी राजा जी! सुखल रहे चंवरा, फाटल रहे धरती बीया बीयारार बीना, खेत रहे परती! द...