
सोनारा के ना मोह बा - आचार्य श्रद्धानन्द अवधूत
गहना के रूप से सोना रा के ना मोह बा आगी पर ओके गला देला आ खाँटी सोना के निकालि लेला नया गहना ओकरा से गढ़ि लेला केहू के रूप से प्रभु ...
गहना के रूप से सोना रा के ना मोह बा आगी पर ओके गला देला आ खाँटी सोना के निकालि लेला नया गहना ओकरा से गढ़ि लेला केहू के रूप से प्रभु ...
साधना कइला से मन में ही होला नाहीं त ऊ बड़ा मोट बनि जाला। मेंही भइला से मन व्यापक होला दूर-दूर के सभ बात ऊ देखेला। देखला से समझ-बूझ ...