
ओरहन - सुरेश कांटक
का हो बसंत भाई, ईहे होई ? जलचर थलचर नभचर सभमें पइसि पइसि के सभका के तू जगावेलऽ सुस्ती पस्तीआउर निराशा के तू दूर भगावेलऽ सूखल के हरियर क देलऽ...
का हो बसंत भाई, ईहे होई ? जलचर थलचर नभचर सभमें पइसि पइसि के सभका के तू जगावेलऽ सुस्ती पस्तीआउर निराशा के तू दूर भगावेलऽ सूखल के हरियर क देलऽ...
देश के जियावे खातिर जरेला जे रात दिन सँचहूँ में उहे साधू संत बा फकीरवा। धरती के माई जाने सभका के भाई माने खूनवा प...
आइल नया साल बा कइसे कमाई खाई बड़ी बुरा हाल बा केकरा खातिर ई आइल नया साल बा। ओसही जिनिगिया के सपना बा टूटल जारी बा सँचइया के मुड़िया के कूट...
कइसे कमाई खाई बड़ी बुरा हाल बा केकरा खातिर ई आइल नया साल बा। ओसही जिनिगिया के सपना बा टूटल जारी बा सँचइया के मुड़िया के कूटल। धरती बेहाल बा...
का ए बकुला कब ले आपन असली रूप छिपइबऽ किसिम किसिम के भेख बना के मछरिन के भरमइबऽ का ए बकुला! बड़े दिनन से दह में आपन पाँव जमवले बाड़ऽ राम ना...
महुआ बीनन नाहीं जा इब ए रामा / देवरू के सँगवा पीयवा के गाँव ही बोलाइब ए रामा / देवरू के सँगवा कुछ महुआ बीने देवरा कुछ देखे छतिया हँसि ...
पियवा बनवलें जोगीनिया ए रामा चइत महीनवा भोरे भोरे सँगवा में क इनी कटनिया बोल बतियाइ के मेटवनी खटनिया देखि देखि चहकल चननिया ए रामा , ...
चइत में सुतनी अँगनवा ए रामा, देवरा नादानवा अचके में बनल जवानवा ए रामा, देवरा नादानवा नीनीया में भरमल मन ब उराइल हउवे देवर वा ना तनिको...
चढ़ल चइत उतपतिया ए रामा , पिया नाहि अइलें महुआ फुल इले आमवा टिकुर इले पिया नाहि अ इले त मन मुरझ इले केकरा से कहीं दिल के बतिया ए रामा ...
सुखल जाता धरती के पानी ए राजा जी क इसे चली आगे जिनगानी ए राजा जी। घर वा दुआर छोड़ि के जाल परदेसवा क इसे बाँची टुटही पलानी ए राजा जी। अन्हि...
लोकतंत्र में राजा देखनी बोले ओकर जनाजा देखनी। मारे खूब रोवै ना देवै ओकरे बाजत बाजा देखनी। भवह बोले ना भसुर छोड़े खुलि के मारत माजा देखनी। ...
देखनी लोकतंत्र में राजा देखनी बोले ओकर जनाजा देखनी। मारे खूब रोवै ना देवै ओकरे बाजत बाजा देखनी । भवह बोले ना भसुर छोड़े खुलि के मारत...
देवरा नादानवा चइत में सुतनी अँगनवा ए रामा, देवरा नादानवा अचके में बनल जवानवा ए रामा, देवरा नादानवा नीनीया में भरमल मन ब उरा इ...
कोखिये में तूरि दिहलू, सपना ए माई हमहूँ बनितीं बेदी, आ कलपना माई! कवन कसूर कइनी कइलू तू दूर हो केकरा करनिया से, भइलू मजबूर ...