
गुमान करेलू - सुनील चौरसिया "सावन"
भूलि के दुनिया तू नभ में उङान भरेलू। ए पंछी काहें एतना गुमान करेलू॥ केतनो ऊपरी उङबू आवे के परी नीचे मोह-माया के डोरी तोहरा के खींचे। ...
भूलि के दुनिया तू नभ में उङान भरेलू। ए पंछी काहें एतना गुमान करेलू॥ केतनो ऊपरी उङबू आवे के परी नीचे मोह-माया के डोरी तोहरा के खींचे। ...
सूनि लऽ हे भाई! आ गइलबा कमरतोङ महंगाई॥ अब दाँत के नीचे ना पहुँची, सब्जी, चीनी अउरी दाल। अमीर, गरीब दूनो भाई के, हो गइल बाटे दशा बेहा...
किसान के जिनगी बहुते कठिनऽ बा। दिन-रात काम करत बीत जाला तबो जरुरत कऽ सामान ना जुटा पावेला एगो किसान औरी सगरी जिनगी कबो एक बेरा खा तऽ ...