कइसे खेले जइबू सावन में कजरिया

कइसे खेले जाइब सावन में कजरिया 
बदरिया घिरि आइल ननदी ॥ 

घर से निकसी अकेली, सँग में एको ना सहेली 
गुण्डा रोकि लेले बिचहीं डगरिया 
बदरिया घिरि आइल ननदी ॥ 

कतना जाना फाँसी जइहें 
कतना गोली खाके मुँइहें 
कतना पीसत होइहें जेहल में चकरिया 
बदरिया घिरि आइल ननदी ॥
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पारम्परिक कजरी

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