
हाइकु - प्रदीप कुमार दाश 'दीपक'
1. बह जाये दीं ई लोर वे धो देई मन के मैल। (बह जाने दें ये आँसू ही धोते हैं मन के मैल।) ------------- 2. आवऽ तूरेला ...
1. बह जाये दीं ई लोर वे धो देई मन के मैल। (बह जाने दें ये आँसू ही धोते हैं मन के मैल।) ------------- 2. आवऽ तूरेला ...