
लाग गइल नजरी - मनसा राम
लाग गइल नजरी उलटा गगनवाँ में, लाग गइल नजरी।। ना देखीं मेघमाला, ना देखीं बदरी। टपकत बुन्दवा भींजे मोरा चुन्दरी...
लाग गइल नजरी उलटा गगनवाँ में, लाग गइल नजरी।। ना देखीं मेघमाला, ना देखीं बदरी। टपकत बुन्दवा भींजे मोरा चुन्दरी...