
तीर बेधत निकलिये गइल - जवाहर लाल 'बेकस'
तीर बेधत निकलिये गइल, जान अखडे़रे चलिये गइल। आग ले दोस्ती का भइल, घर फतिंगन के जरिये गइल। आदमी, आदमी न रहल, लोग अतना बदलिये गइल। पी क...
तीर बेधत निकलिये गइल, जान अखडे़रे चलिये गइल। आग ले दोस्ती का भइल, घर फतिंगन के जरिये गइल। आदमी, आदमी न रहल, लोग अतना बदलिये गइल। पी क...