
तेज दिहलु - डॉ प्रमोद कुमार पुरी
माई तू हमके तेज दिहलु काहे कि हम एगो लईकी हई माई..... कोख में आवते ही घर भर संग मिली गर्भ में मुआवे खाति तुहूँ तयार हो गईलू ... माई..... ए...
माई तू हमके तेज दिहलु काहे कि हम एगो लईकी हई माई..... कोख में आवते ही घर भर संग मिली गर्भ में मुआवे खाति तुहूँ तयार हो गईलू ... माई..... ए...
पियवा बनवलें जोगीनिया ए रामा चइत महीनवा भोरे भोरे सँगवा में क इनी कटनिया बोल बतियाइ के मेटवनी खटनिया देखि देखि चहकल चननिया ए रामा , ...
जवन चाहीं ओ के गँवावे के पड़ल। ना चाहीं ऊ हे अपनावे के पड़ल॥ सपना तऽ टूट के टुकी-टुकी हो गइल बाकिर फेरु माला गुहावे के पड़ल॥ ई ज...
चइत में सुतनी अँगनवा ए रामा, देवरा नादानवा अचके में बनल जवानवा ए रामा, देवरा नादानवा नीनीया में भरमल मन ब उराइल हउवे देवर वा ना तनिको...
जमीन पे नभ से उतर के आ गइलन। सफर के नाम कुछ कर के आ गइलन॥ ख्वाहिश रहे फूलन के खुश्बू के। झोली में काँटे भर के आ गइलन॥ मन में तमन्ना...
चढ़ल चइत उतपतिया ए रामा , पिया नाहि अइलें महुआ फुल इले आमवा टिकुर इले पिया नाहि अ इले त मन मुरझ इले केकरा से कहीं दिल के बतिया ए रामा ...
हँसल नीक ह / दवाई ह ना जानी जे / केतना बेमारी हंसले से ठीक हो जाला जैसे सुरुज के हंसले भाग जाला अंधरिया चनरमा के हंसले फइल जाला अंजोरिया ...
आधी आधी रतिया के अइतऽ नेहिया के दीयरी जरइतऽ दुखवा हमार पतीअइतऽ, हो मीतवा मीतवा हमार हो, हमार हो मीतवा मनवा हमार बसे तोहरी चरन में हमरा के ...
महानगर के शोभा झुग्गी-झोपड़ी एगो प्रश्नचिन्ह? भा विकास के चेहरा पर एगो चिंता के लकीर खाली अख़बार के पढ़ेवाला करेला फिकिर धनिक लोग के इहाँ नइ...
सोलह बरीस हवे जादू या टोना तन होला चानी चानी मन होला सोना हियवा के हलचल नजरिये बतादी नजरीया के छलबल पुतरिये बतादी। नैन के मैना फुदुक फुदुक...
मड़इया में मोर मन भीजि जाला। सुखवा क ताना अ दुखवा क बाना हेरि-हेरि हारीं हेराइल बहाना संझा बिहान ओरहन भीजि जाला। हियरा जो तड़पे त बदरा...
दुःख: के दरियाव में / जे बनत रहे पतवार / खेवनिहार आजू का भइल ओह बेवहार में बुझाते नइखे / हमार पडोसी अब चिन्हाते नइखे लागत बा / ओकरो हवा ल...
हम त शहर में गाँव के जिनिगी बिताइले मनमीत जहँवाँ पाइले हहुआ के जाइले भाई भरत के भाव मन में राम रूप ला सत्ता के लात मार के नाता निभाइ...
माटी माटी खेल भइया सज्जी दुनिया माटी हऽ अदमी के जिनगी बस बुझऽ घास फूस के टाटी हऽ। राजमहल के बाटे जे उ अउरी बा हउआइल घीव दूध में डूबकी लेके...
सूतल सपना, सोच सिर्हाने जा बरखा अब खेत सुखाने। पल-पल पीटत, पर, पलुवार, बीपत, बिटियन क बढ़वार गर-गर गरत पसीना पीठि सर-सर सरकत चढ़त कपा...
केहू से हम तीत मीठ बतीयाई काहे बिना कान से सुनले किछु पतियाई काहे झूठ साँच के खेल हवे आगी जइसन बेमतलब के आपन हाथ जराई काहे के, बा जे नीकन ...
हमरो तोहके ईद मुबारक ओनतिस दिन के कइन तपस्या तन तापन ताकीद मोबारक। अधिए राति जगावत सेहरी बीतल पगत पगावत सेहरी अफतारी पर जेवना जुबरी ...
प्रेम बान जोगी मारल हो कसकै हिया मोर।। जोगिया कै लालि-लालि अँखियाँ हो, जस कॅवल कै फूल हमरी सुरुख चुनरिया हो, दूनौं भये तूल।। जोग...
उड़ जा चिरई दूर देश तू अब ना अईह टोला में, गँऊआ हमर भइल कसाई मार पकइहें घूरा में। तिनका -तिनका जोड़ बनवलू अंडा दिहलू खोंता में, ...
चारो तरफ घनघोर अँधेरा, कुछ त दीप जरवले जा रात के बाद सुबह भी होखी, ई एहसास करवले जा. आपन ढ़पली आपन राग पर, अपने गाल फुलवले बा आपन दही क...