चइत में सुतनी अँगनवा ए रामा, देवरा नादानवा
अचके में बनल जवानवा ए रामा, देवरा नादानवा
नीनीया में भरमल मन ब उराइल
हउवे देवर वा ना तनिको बुझाइल
कइलस अइसन घटनवा ए रामा, देवरा नदानवा
खुलली नजरिया त झटके पराइल
पियवा के भके रहनी देवरा लजाइल
पियवा के देहब का बयानवा ए रामा, देवरा नदानवा
कइसे कहब ऊ त नाहि पतिअइहें
धोबिया ज इसन दोष सीता के लगइहें
कइसे मनाइब उनुकर मनवा ए रामा, देवरा नदानवा
घर वा में छोड़ि नाहि ज इते बिदेसवा
नजर से देखीतीं ना सहितीं कलेसवा
नीक नाहि लागेला भवनवा ए रामा, देवरा नदानवा
कांटक बताइ दीह मोर मजबूरी
हमरा के छोड़ि गइल करे मजदूरी
कइसन अकेल के जीवनवा ए रामा, देवरा नदानवा
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अचके में बनल जवानवा ए रामा, देवरा नादानवा
नीनीया में भरमल मन ब उराइल
हउवे देवर वा ना तनिको बुझाइल
कइलस अइसन घटनवा ए रामा, देवरा नदानवा
खुलली नजरिया त झटके पराइल
पियवा के भके रहनी देवरा लजाइल
पियवा के देहब का बयानवा ए रामा, देवरा नदानवा
कइसे कहब ऊ त नाहि पतिअइहें
धोबिया ज इसन दोष सीता के लगइहें
कइसे मनाइब उनुकर मनवा ए रामा, देवरा नदानवा
घर वा में छोड़ि नाहि ज इते बिदेसवा
नजर से देखीतीं ना सहितीं कलेसवा
नीक नाहि लागेला भवनवा ए रामा, देवरा नदानवा
कांटक बताइ दीह मोर मजबूरी
हमरा के छोड़ि गइल करे मजदूरी
कइसन अकेल के जीवनवा ए रामा, देवरा नदानवा
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बहुत बढ़िया गुरुजी।
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