
मछरी - दिलीप कुमार पाण्डेय
देवाली आवते सन ८८ ई.के घटना मन परेला। बी.एस.सी के दुसरका साल रहे ठीक दिवाली का एक दिन पहिले सत्या भाई नित्या भाई बबलू आ ढुनमुन का संगे हमह...
देवाली आवते सन ८८ ई.के घटना मन परेला। बी.एस.सी के दुसरका साल रहे ठीक दिवाली का एक दिन पहिले सत्या भाई नित्या भाई बबलू आ ढुनमुन का संगे हमह...
जीवन के बडकी भउजाइ जवन बिआह का दूसरके साल मुसमात हो गइल रही बहुत दिन से उनका के बोलावत रही। जीवनो बहुत दिन से सोचत रहस भउजाइ से भेंट करेला...
अदरा का चढ़ला पांच दिन भइलो का बाद आकाश में बादल के कवनो नामो निशान ना रहे। खेतिहर लोग आसमान का ओरी टकटकी लगा देखत रहे। "लागऽता इनर भ...
संदेस परीक्षा खत्म भइला का बाद अपना चाचा का लगे गइलें। गांव के रहल लइका खेत-बधार टोला-परोसा में घूमे के आदत चाचा का काम में जाते बेचारू घर...
संदेस परीक्षा खत्म भइला का बाद अपना चाचा का लगे गइलें। गांव के रहल लइका खेत-बधार टोला-परोसा में घूमे के आदत चाचा का काम में जाते बेचारू घर...
कठ मउग संदेस परीक्षा खत्म भइला का बाद अपना चाचा का लगे गइलें। गांव के रहल लइका खेत-बधार टोला-परोसा में घूमे के आदत चाचा का काम में जाते ...
ई सन 1971 के बात हऽ। पाकिस्तान आ भारत मे लड़ाई शुरु हो गईल रहे। पूरा देश मे येगो उत्साह छा गईल रहे। हर जगह येही के चर्चा होत रहल। बुझात रहल...
मोनी जब बिआह कs के आपन ससुराल अईली, त उनकर हालत कउवा झपट्टा वाला रहे. आपन तन आ मन के खेयाल करत सोचे लगली कि का अईसने ससुराल होला.? मोनी सस...
ओइसे त बांसडीह बाजार पर चाय के कईगो दोकान बा। बाकी विजय चाय दोकाने के नाम जवार में फेमस बा। चाय के दोकान के मतलब खाली चाय दोकाने ना होला, ...
"अरे बुचिया! ई का होइ? किताब!!" "सब फेकऽ फाकऽ, किताब आ डिग्री ई कुल लइकन के हाथे निमन लागेला"। "आज ई सब किताब...
आरा शहर। कड़ाका गर्मी आ घाम। लूक आ आन्ही का चलते बाताबरन धूरि में रङाइल लागता आ धरती तावा अस तइ गइल बाड़ी। एही में बी.एस.सी. के प्रायोगिक पर...