
कवना अँटका में अँटकल बसंत - कनक किशोर
मौसम के सिरमौर हऽ बसंत। अइसे सब मौसम के आपन महत्व आ विशेषता होला। बाकिर बसंत के एगो अलगे राग आ रंग होला। बसंत आवते मन रंगीन हो जाला। का बूढ़...
मौसम के सिरमौर हऽ बसंत। अइसे सब मौसम के आपन महत्व आ विशेषता होला। बाकिर बसंत के एगो अलगे राग आ रंग होला। बसंत आवते मन रंगीन हो जाला। का बूढ़...
सभे के चाह मोती हीरा के होला। बाकिर मोती आ हीरा ना हाथे लागेला आसानी से। कबीर साहब कहले बाड़ें कि जिन खोजा तिन पाईया, गहरे पानी पैठ। मैं बपु...
अवतार के साँच ‘अवतार’ शब्द के प्राचीन प्रयोग यजुर्वेद में प्राप्त बा- “ उप ज्मन्नुप वेतसेऽवतर नदीष्वा। अग्ने पित्तमपामसि मण्डुकि ताभिरागहि स...
हमरा बचपन में दूइ गो ज्वाला प्रसाद जी के टीका वाला रामचरितमानस पढ़े के मिलल बा, जवना में लव-कुश कांड त रहबे कइल, छेपको कहानी बहुत पढ़े के मि...
२२ जनवरी इतिहास में हमेशा बदे दर्ज हो गइल बिया। प्रभु श्री राम, सबके राम, सबमें राम जइसन दृश्य अब हर जगह नजर आ रहल ह्ऽ। सगरी विश्व राममय हो ...
का जमाना आ गयो भाया, साँच के साँच कहे भा माने में नटई से ना त बोलS फूटता, आ ना त बुद्धिये संग-साथ देत देखात बा। ऐरा-गैरा,नथ्थू-खैरा सभे गिया...
"जय रामजी के भाई," सामने से आवत बुधन के देख के लोटन प्रनाम कइलें आ पूछलें, "का हाल बा ?" "राम राम भाई। सब रामजी के ...
मोरे हित हरि सम नहि कोऊ। एहि अवसर सहाय सोई होऊ।। आज पूरा देश राम नाम से गुंजयमान बा। चारो तरफ राम नाम के झंडा लहरत बा। देखला से साफ बुझात बा...
राम-राम भाई-बहिन सभे! रामजी अब टेन्ट से घरे लवटि अइनीं आ प्रान-प्रतिष्ठा का बाद जन-जन में बेयापे लागल बानीं। राममड़इया गह-गह करे लागल बा। जे...
गजल मुहब्बत के गवाह रहल बा काहे कि गजल के जन्म मुहब्बते के कोंख से हऽ। एही से फारसी में एकरा के 'वाजनान गुफ्तगू' कहल जाला। बाकिर गजल...