काहे कईल हो बाबू जी दू रंग नीतिया

एके कोखी बेटा जन्मे एके कोखी बेटिया।
दू रंग नीतिया
काहे कईल हो बाबू जी दू रंग नीतिया।

बेटा के जनम में त सोहर गवईल अरे सोहर गवईल।
हमार बेरिया, काहे मातम मनईल हमार बेरिया।
दू रंग नीतिया
काहे कईल हो बाबू जी दू रंग नीतिया।

बेटा के खेलाबेला त मोटर मंगईल अरे मोटर मंगईल।
हमार बेरिया, काहे सुपली मऊनीया हमार बेरिया ।
दू रंग नीतिया
काहे कईल हो बाबू जी दू रंग नीतिया।

बेटा के पढ़ाबेला स्कूलिया पठईल अरे स्कूलिया पठईल।
हमार बेरिया, काहे चूल्हा फूँकवईल हमार बेरिया।
दू रंग नीतिया
काहे कईल हो बाबू जी दू रंग नीतिया।

बेटा के बिआह में त पगड़ी पहिरल अरे पगड़ी पहिरल।
हमार बेरिया, काहे पगड़ी उतारल हमार बेरिया।
दू रंग नीतिया
काहे कईल हो बाबू जी दू रंग नीतिया।

एके कोखी बेटा जन्मे एके कोखी बेटिया।
दू रंग नीतिया
काहे कईल हो बाबू जी दू रंग नीतिया।

1 टिप्पणी:

मैना: भोजपुरी साहित्य क उड़ान (Maina Bhojpuri Magazine) Designed by Templateism.com Copyright © 2014

मैना: भोजपुरी लोकसाहित्य Copyright © 2014. Bim के थीम चित्र. Blogger द्वारा संचालित.