चनरमी - डॉ. आशारानी लाल
का जाने आज का सोच के चनरमी आइल, कि काम करे चउका में ना जाके बहरे हमरा लगहीं आके बइठ गइल। अइसन त पहिलहू ऊ करत रहे, बाकी ओह घड़ी जब कि ओके ह...
का जाने आज का सोच के चनरमी आइल, कि काम करे चउका में ना जाके बहरे हमरा लगहीं आके बइठ गइल। अइसन त पहिलहू ऊ करत रहे, बाकी ओह घड़ी जब कि ओके ह...
(सब लड़िका क्लास के एगो कोना में बिटोराइल बा, दुगो बेंच गिरल बा चिरकुटवा ओहिमें दबाके माई-माई चिचियाता, लबेदा सुथनी एकदोसरा के झोंटा नवा के...
(सभे क्लास में जहां तहां बईठल बा) खदेरन-जानत बारे ढोंढा भाई...एगो आउर नाया गाना हमार छोटका बाबूजी लिखले ह आ अपना दोस्त से गवईहें.. ढोंढ...
वाह री गुलजारो ! तोहार बेटा डागदर का बन गइल, तु त चांदी काटे लगलू । आउर सहर तोहार भेस-भूसा ,पहनावा बदल देहले बा। बाकि नइखे बदलल त तोहार इ...
'पगला-पगली' भोला प्रसाद 'आग्नेय' कऽ भोजपुरी कहानी संग्रह हऽ। सन 2008 में भोजपुरी संस्थान से परकासित भइल एह संग्रह में कुल्ह...
नया पायेट-सर्ट, सेंट गमकउआ, काँधे पर गमछा बाबाधाम आला, गोर में चमड़उआ जूता अउर मुँह में पान चबात, पिच-पिच थूकत जब झुना भाईवा घर से निकलन आ...
यस.पी. साहब के मदद से पाड़ेजी सोहन के मोबाईल फोन काँल के दिटेल लेबे खातिर व्यवस्था कर देबेले आ अगला दिना उनका घर पर सब डिटेल पहुँच जाला. डिट...
पाड़ेजी ठलुआ के साथे यस. पी. साहब के सामने बइठल रहले आ अब का कइल जाव पर ही ओह लोगन के बात चीत चलत रहे. 'यस. पी. साहब हमरा के सोह...
यस. पी. साहब क आफिस जहाँ यस. पी साहब एगो सब इंसपेक्टर के कुछ समझा रहल बाड़े. 'डिड यू अण्डरस्टैण्ड..?' (समझ ल कि ना) यस. पी. सा...
पाड़ेजी ठलुआ के तरफ गइले त ठलुआ उनका से वही तरह से चिपक गइल जे तरह से ऊ सोहना से चिपकल रहे. पाड़ेजी ओकरा के कमली के फोटो दिहले आ समझा दिहले...
एगो छोट सा मड़ई जइसन चाय के दुकान में लखन अपना एक साथी क साथे चाय पियत रहे जब पाड़ेजी एक हवलदार के साथे उहाँ पहुँचले. जब तक पाड़ेजी मोटरसायक...
नाश्ता चाय कइला के बाद दरोगा यादव पाड़ेजी के लेके बैरक में बन्द बनारसी के पास पहुँच गइल अउरी पाड़ेजी के इशारा समझ के पाड़ेजी के बनारसी के पा...
पाड़ेजी के ठलुआ क नाम लेके बड़बड़ात देख सिंहो साहब चिन्ता में पड़ गइले, उनका से ना रह गइल त पाड़ेजी से सवाल कइले, 'सब ठीक त हव न गमछा गुरु...
'रउआ त एकदमे न पगला गइल बानी. ठलुआ के एतना बड़ काम? गोबर पाथे वाला भला ई सब कइसे करी?' पंडिताईन पाड़ेजी के सामने चाय राख के अपपनहूं ...
पाड़ेजी अउरी ठलुआ सिगरा थाना में सिंह साहब के सामने बइठल बा लोग. पाड़ेजी एगो कागज पर लिखल कुछ पढ़त बाड़न जेकरा के पढ़ला के बाद ऊ कागज टेबुल पर...