
हमहुँ सम्मानित होखब - मिर्जा खोंच
कविता में हम छींकब सगरो कविता में हम खोंखब लाग रहल बा तब जाके हमहूँ सम्मानित होखब। हम का जानी साहित्य ह का, का होखेला ई भाषा बाकिर जे लिख के...
कविता में हम छींकब सगरो कविता में हम खोंखब लाग रहल बा तब जाके हमहूँ सम्मानित होखब। हम का जानी साहित्य ह का, का होखेला ई भाषा बाकिर जे लिख के...
इक दिन बहुत हाहाकार मचल भात, दाल, तरकारी में। काहे भैया नून रूठल बा बैठक भइल थारी में। दाल- तरकारी गुहार लगइलक नून के बैठ गोर थारी में तरकार...
उजर से किनलें, भुअर एगो इनार, पटा बोअलें चीना,भर गइल दुआर। उजर के बहरना, लागल सीखावे, आ इनार छीने के, बुद्धि बतावे। कहिहऽ इनार तहार, प...