ससुरारी के बतिया - मिर्जा खोंच

ससुरारी के बतिया पर तू
अगराइल बाड़ा काहे हो?
महतारी बपसी से एतना
अझुराइल बाड काहे हो?

हम पहिले कहले रहनी कि
महंगाई बाटे दू गो बस!
आधा दर्जन के भइला पर
छितराइल बाड़ा काहे हो

ना भाषन में कवनो दम बा
चमचा जी के आमद कम बा
अब राजनीति से बबुआ हो
अगुताइल बाड़ा काहे हो

अब चढ़ल बुढौती तोहरा पर
अब ताकल झाँकल बंद करा
नैनन के तीरन में अब ले
अझुराइल बाड़ा काहे हो

जे हाय हेंडसम कहत रहे
उ आज कहे मिर्जा अंकल
ई बतिया पर तू ओकरा से
खिसीआइल बाड़ा काहे हो
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मिर्जा खोंच
साभार: भोजपुरी जिनगी

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