अंक के रचनाकार अउरी रचना (मैना: वर्ष - 4 अंक - 113)
- बरसै बदरिया - हरिराम द्विवेदी
- एह पारी तोहके - डॉ. रामरक्षा मिश्र विमल
- पिया घरे अइले - डॉ. रामरक्षा मिश्र विमल
- नेवता-हकारी - प्रकाश उदय
- नवका साल - जयशंकर प्रसाद द्विवेदी
- कँहवा तक जाई - नवीन कुमार पाण्डेय
- कहाँ केहू से भला लवटावल गइल बा! - डॉ प्रमोद कुमार पुरी
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