
हाइकु - कनक किशोर
बाबू बिमार दवाई आइल ना कबले जीहें।1। ***** घर जमाई ससुरारे बसले माथा प घूर।2। ***** सावन भादो दिन बरसात के धान रोपाई।3। ***** झुला कजर...
बाबू बिमार दवाई आइल ना कबले जीहें।1। ***** घर जमाई ससुरारे बसले माथा प घूर।2। ***** सावन भादो दिन बरसात के धान रोपाई।3। ***** झुला कजर...
1. बह जाये दीं ई लोर वे धो देई मन के मैल। (बह जाने दें ये आँसू ही धोते हैं मन के मैल।) ------------- 2. आवऽ तूरेला ...
खुश ना रहे बाल बच्चा तहार लाख कमाई ... --------------- हँसत रहे परिवार हमार बिना मिठाई ... --------------- जरेले काह...
1. उहाँ का रोज गवार्इंले जिनिगी जिये खातिर। ------------- 2. जिये के चाहीं जिनिगी अमिरित पिये के चाहीं। ------------- 3. जियल ठीक जह...
1 त का करतीं फेनु बेटिये रहे काहें धरतीं? -------------- 2 बाल क खाल छोड़s अब नोचल कहs का चाहीं ? -------------- 3 ...