
मुश्किल बा - गोपाल अश्क
मुश्किल बा मन के समझावल आगे-पीछे दउड़ल-धावल आ/मुश्किल बा रुकल-थथमल चलत राह में अचके पंजरल। राह चलत जाईं अकेला मिले पत्थर भा/मिले ढेला जन करी...
मुश्किल बा मन के समझावल आगे-पीछे दउड़ल-धावल आ/मुश्किल बा रुकल-थथमल चलत राह में अचके पंजरल। राह चलत जाईं अकेला मिले पत्थर भा/मिले ढेला जन करी...
जियरा धक-धक धड़क रहल बा फर-फर अंखियां फरक रहल बा देख-देख के दिन दशा मन होखत बा बेचैन मन बाटे बेचैन। आसमान झुकत बा जइसे लागत बा मनवा के अइसे ...