उ घर घर ना ह जवना प कवनों छानी ना होखे
उ नैन कइसन जवना में कवनों पानी ना होखे।
दाम्पत्य के देवाला निकले में इचिको देर ना लागे
त्याग-समर्पन के राही जदि दुनों परानी ना होखे।
दिल के अइसन सिंघासन के का मतलब हरेश्वर
जवना प बइठल कवनों रानी-महरानी ना होखे।
ओह जिनिगिया के कीमत दू कौड़ी के रहि जाला
जवना में चानी काटे के कवनों कहानी ना होखे।
अब चलीं सभे चलीं जा एगो नया नगर बसाईं जा
जहाँ खाली प्यार मोहब्बत होखे शैतानी ना होखे।
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नाम:- डॉ. हरेश्वर राय
प्रोफेसर (इंग्लिश) शासकीय पी.जी. महाविद्यालय सतना, मध्यप्रदेश
बी-37, सिटी होम्स कालोनी, जवाहरनगर सतना, म.प्र.,
मो नं: 9425887079
royhareshwarroy@gmail.com
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