पराये ना नयन में घूस जाला आदमी
तनी तनी बात प रूस जाला आदमी।
दर्द एहू मतिन देला केहू खास होके
हँसी जिनिगी के चूस जाला आदमी।
बात सुनाई दिही कहाँ ओके कान में
रूई जे भरपूर ऊ ठूस जाला आदमी।
पीर पसरे के अउर कारन बा बड़हन
धीरज धराई कहाँ हुस जाला आदमी।
छछने के दास्तान नैन से मत ल विद्या
सनेह पर लगा अंकुश जाला आदमी।
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तनी तनी बात प रूस जाला आदमी।
दर्द एहू मतिन देला केहू खास होके
हँसी जिनिगी के चूस जाला आदमी।
बात सुनाई दिही कहाँ ओके कान में
रूई जे भरपूर ऊ ठूस जाला आदमी।
पीर पसरे के अउर कारन बा बड़हन
धीरज धराई कहाँ हुस जाला आदमी।
छछने के दास्तान नैन से मत ल विद्या
सनेह पर लगा अंकुश जाला आदमी।
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लेखक परिचयः
नाम: विद्या शंकर विद्यार्थी
C/o डॉ नंद किशोर तिवारी
निराला साहित्य मंदिर बिजली शहीद
सासाराम जिला रोहतास (सासाराम )
बिहार - 221115
मो. न.: 7488674912
नाम: विद्या शंकर विद्यार्थी
C/o डॉ नंद किशोर तिवारी
निराला साहित्य मंदिर बिजली शहीद
सासाराम जिला रोहतास (सासाराम )
बिहार - 221115
मो. न.: 7488674912
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