बतिया बनावे में बस नाम कइले बा - बरमेश्वर सिंह

बतिया बनावे में बस नाम कइले बा,
सेवा करे आइल, अब हरान कइले बा।

जेही बगइचवा ला पुरखा पेराइल रहन,
नोचि-चोंथि ओकरे हेवान कइले बा।

जिनगी छछनि गइल तनी सुसतइतीं,
साँसत में हरदम परान कइले बा।

अइसन अनेत दादा देखनी ना कतहूँ,
मंगनी में सियरा गुमान कइले बा।

अबहूँ से ताकऽ भइया खोलि के पपनियाँ,
तोहरे मड़इया में दोकान कइले बा।
----------------------
बरमेश्वर सिंह

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

मैना: भोजपुरी साहित्य क उड़ान (Maina Bhojpuri Magazine) Designed by Templateism.com Copyright © 2014

मैना: भोजपुरी लोकसाहित्य Copyright © 2014. Bim के थीम चित्र. Blogger द्वारा संचालित.