उहे करजा बाँटेला - मिर्जा खोंच

जेकरा पइसा काटेला
उहे करजा बाँटेला।

उ नेता ह ओकर का?
थुकेला आ चाटेला।

दीवाना ह औरी का
दुःख खाई पाटेला।

बड़का गलती कर कर के
अनका मुड़ी साटेला।

उनकर कविता सुन सुन के
आपन करेजा फाटेला।

"मिर्जा" महतारी के पाछा
दुःख के रहिया काटेला।
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मिर्जा खोंच
साभार: भोजपुरी जिनगी

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