मज़ा खाए पकाए में बा - मिर्जा खोंच

परेसानी बस आये जाये में बा
मजा समधियाना में खाए में बा

जे साथे रहल काल्हू ले तलवार के
उहे आज गाए बजाए में बा

ना बनला में अपना बा कुछ फायदा
जे यारन के मुरगा बनाए में बा

ले लेनी हँ करजा उ लउटाईं का?
मज़ा ओकरा ले के पचाए में बा

का लेवे- देवे के बा ओकरा साहित्य से
हँ " खोंच"मज़ा खाए पकाए में बा
---------------------------------
मज़ा खाए पकाए में बा - मिर्जा खोंचमिर्जा खोंच
साभार: भोजपुरी जिनगी


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

मैना: भोजपुरी साहित्य क उड़ान (Maina Bhojpuri Magazine) Designed by Templateism.com Copyright © 2014

मैना: भोजपुरी लोकसाहित्य Copyright © 2014. Bim के थीम चित्र. Blogger द्वारा संचालित.